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15 Time Management Tips in Hindi – समय का सही उपयोग सीखें।

Time Management Tips in Hindi

इस लेख में समय प्रबंधन किसे कहते हैं और अपने आप समय का प्रबंधन कैसे कर सकते हैं उत्तर बताइए गए हैं। इसलिए इस लेख को जरुर पढ़ें। इसमें समय के सही उपयोग के लिए Time Management Tips in Hindi बताया है। ताकि आप समय का सही उपयोग सीख सके। लेकिन Time Management Tips in Hindi को बताने से पहले हम आपसे कुछ सवाल पूछना चाहते हैं। जो इस प्रकार है। इन सवालो को ध्यान से पढ़ें और समझे।

क्या आपने कभी सोचा है कि आजकल समय की कमी क्यों महसूस होती है। आज के समय में यह समस्या लगभग सभी को है। समय पर कोई काम ना हो। तब हम झल्ला उठते हैं, आगबबूला हो जाते हैं, चिढ़ जाते हैं और तनाव जैसी समस्या भी हो सकती है। समय की कमी के कारण ही हम अक्सर जल्दबाजी और हड़बड़ी में रहते हैं। इन सभी चक्कर में हम अपना स्वास्थ्य भी खराब कर लेते हैं। साथ ही लोगों से अनबन भी हो जाती है। जिसके कारण उनसे हमारा संबंध भी खराब होता है। जल्दबाजी और हड़बड़ी के चक्कर में कभी-कभार दुर्घटनाएं भी हो जाती है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब यह (समय की कमी की) समस्या सभी को है। फिर कुछ लोग अपने जीवन में इतने सफल कैसे हो जाते हैं। वहीं कुछ लोग वहीं के वहीं रह जाते हैं। क्या सफल लोगों को दिन में अधिक समय मिलता है? नहीं ना, ये तो आप भी जानते होंगे। तो फिर कैसे ये लोग अपनी सफलता प्राप्त करते हैं। इसका एक वाक्य में उत्तर यह है कि ये लोग अपने समय का सही उपयोग यानी सदुपयोग करते हैं। जिसके कारण ये लोग सफल होते हैं। जो लोग अपना मूल्यवान समय व्यर्थ करते हैं। उन्हें समय व्यर्थ बना देता है।

समय के पास इतना समय कहां की वो, आपको दोबारा समय दे सके

शायद आप सोच रहे होंगे कि आखिर हम कैसे अपने समय का सदुपयोग करे। ताकि हम भी सफल हो सके। तब आप निश्चिंत रहे। क्योंकि इस लेख में मैं यही बताने वाला हूँ कि समय का सही उपयोग कैसे करे? इसके लिए हम कुछ Time Management Tips जानेंगे। Time Management Tips जानने से पहले हमें यह जानना चाहिए कि समय प्रबंधन क्या है और आप अपने समय का प्रबंधन कैसे कर सकते हैं। तो चलिए पढ़ते हैं कि Time Management क्या है?

समय प्रबंधन क्या है? (What is Time Management in Hindi)

Time Management को हिंदी में समय प्रबंधन कहते हैं। समय प्रबंधन अपने विशिष्ट गतिविधियों के बीच समय का व्यवस्थित या प्रभावी ढंग से उपयोग की योजना है।

भिन्न-भिन्न कार्यों में लगाए समय को उनके क्रम अनुसार सोच-विचार कर व्यवस्थित करना समय प्रबंधन (Time Management) कहलाता है। समय प्रबंधन का मुख्य उद्देश्य समय बचाना या बेकार के कार्यो में लगे समय को पता कर जरूरी कार्यों में लगाना है। समय प्रबंधन से किसी कार्य में दक्षता मिलती है। उत्पादकता में वृद्धि होती है और कार्य सही तरीके से सही समय पर पूरे होते हैंं। समय प्रबंधन के लिए स्वयं का मुल्यांकन करते रहें।

समय प्रबंधन का सबसे अच्छा तरीका डायरी लिखना है। डायरी में आप रोज की बाते लिख सकते हैं। इससे आपको यह पता चलेगा कि आप अपना समय कहाँ लगाते हैं। कितना समय महत्वपूर्ण कार्यों में और कितना बेकार के कार्यों को देते हैं। किसी भी कार्य को करने के लिए योजना बनाएँ और सभी कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से करे। कार्यों की योजना बनाते वक्त महत्वपूर्ण काम को प्राथमिकता दे। योजना का आंकलन भी करते रहे। यह ध्यान रखे की गलती से ही आप सीखते हैं। लेकिन वही गलती ना दोहराए।

अच्छा समय प्रबंधन बेहतर काम करने के लिए सक्षम बनाता है। जिसके कारण आप कम समय में अधिक काम कर सकते हैं। अपने समय का सही प्रबंधन करना आपको सफल बनाने में मदद करता है। यानी अगर आप समय का सही प्रबंधन करना सीख जाए। तब यह आपके लिए उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। समय का सही प्रबंधन करने का मतलब है कि अपने समय में महत्वपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता देना है और बेकार के काम से समय बचाना। तो चलिए जानते हैं Time Management Tips in HindI.

समय का सही उपयोग कैसे करे? (Time Management Tips in Hindi)

समय प्रबंधन सफल लोगो की आदत होता है। इसी वजह से वह सफलता के शिखर तक पहुंच पाते हैं। अगर आप समय की कदर नहीं करते, इसे फिजूल के कार्यों में बर्बाद करते हैं। तब आपका पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है। इसलिए समय की कदर करना सीखो। समय इतना बलवान है कि जब पलटता है। तब सबकुछ बदल देता है। यह अमीर को गरीब और गरीब को अमीर बना सकता है। लेकिन अगर आपको समझ नहीं आ रहा है कि आप समय का सही उपयोग कैसे कर सकते हैं।

तब नीचे बताए गए Time Management Tips in Hindi पढ़ें। नीचे बताए Tips आपको समय का सही उपयोग करना सिखाएगा। जो समय आप अपने बेकार के कार्यों में लगाते हैं। उससे परिचित कराएगा और उसका सदुपयोग करना सिखाएगा। तो चलिए पढ़ते हैं समय के सदुपयोग का Time Management Tips in Hindi.

1. समय की लॉग बुक रखें

समय का सदुपयोग के लिए यह पहला और महत्वपूर्ण स्टेप है। चूँकि आपको पता होगा कि समय सबसे कीमती है। क्योंकि अगर स्वास्थ्य चला जाता है, तब उसे दोबारा बना सकते हैं। पैसा चला जाता है, तब दोबारा कमा सकते हैं। लेकिन समय ही है। जिसे गवाने के बाद वही समय वापस नहीं मिलता है। इसलिए जिस प्रकार हम अपने पैसों का बजट बनाते हैं। ताकि पता चल सके कि हमारा पैसा कहाँ-कहाँ खर्च हो रहा है। उसी प्रकार समय का भी बजट बनाना चाहिए। ताकि पता चल सके कि हमारा समय आखिर कहाँ-कहाँ खर्च हो रहा है।

समय का बजट बनाने के लिए एक पेन और डायरी लें। डायरी में एक सप्ताह तक यह रिकॉर्ड बनायें कि आपने किस काम में कितना समय खर्च किया है। Drivers इसे लॉग बुक (Log Book) कहते हैं। जिसमें वे लिखते हैं कि गाड़ी कितने किलोमीटर और कब तक चली है। इससे आपको पता चल जाएगा कि आप अपना समय किन कामों लगाते हैं और कितना लगाते हैं। अपनी समय की लॉग बुक को आप जितना बारिक रखेंगे। आपको उतने ज्यादा फायदा होगा। लॉग बुक को सप्ताह के अंत में विश्लेषण करना है।

विश्लेषण के दौरान आपको पता चल जाएगा कि आप किन बेकार कामों में अपना समय बर्बाद कर रहे हैं और किसमें ज्यादा दे रहे हैं। आपको जहाँ भी लगे कि इस काम में इतना ज्यादा समय नहीं देना चाहिए। उन्हें चिन्हित कर लें और अगले सप्ताह से उस काम में कम समय दे। यानी उसमें से समय की कटौती करे। आपको जहाँ लगे कि यह कार्य महत्वपूर्ण है। इसमें और अधिक समय देने की आवश्यकता है। तब कटौती की गई समय का सदुपयोग उस महत्वपूर्ण काम में करे। इस तरह आप सफलता की राह पर चलते हैं।

2. आर्थिक लक्ष्य बनाएँ

यदि आपके पास समय है, लेकिन कोई लक्ष्य ही नहीं है। तब ऐसे में आपका पूरा समय बेकार के कामों में बर्बाद होगा। इसलिए ऐसे लोग कभी सफल नहीं होते हैं। अगर आप सफल होना चाहते हैं। तब आपके पास एक लक्ष्य होना जरूरी है। क्योंकि लक्ष्य ना होने से आपको यही नही पता होता है कि आप जाना कहाँ चाहते हैं। जैसे अगर आप किसी यात्रा के लिए जा रहे हैं। तब आपको यह जरूर पता होना चाहिए कि आप कहाँ जाना चाहते हैं। तभी आप अपनी मंजिल तक पहुंच पाएंगे। लेकिन अगर पता नहीं होगा। तब आप अपनी मंजिल का दिशा भी तय नहीं कर पाएंगे और आप भटक जाएंगे। ऐसे ही लोगों को असफलता प्राप्त होती है।

लक्ष्य भी दो तरह के होते हैं। पहला सामान्य लक्ष्य और दूसरा निश्चित लक्ष्य होता है। सामान्य लक्ष्य कुछ इस तरह के होते हैं। जैसे; मैं और अधिक मेहनत करुंगा, मैं और अधिक पढूंगा, मैं अभी पढूंगा, मैं अपनी योग्यता बढ़ाऊंगा, कार्यकुशलता बढ़ाऊंगा इत्यादि। जबकि निश्चित लक्ष्य कुछ इस तरह के होते हैं। जैसे; मैं हर दिन चार घंटे पढूंगा, मैं आठ घंटे काम करूंगा, मैं Teacher बनूँगा इत्यादि। निश्चित लक्ष्य स्पष्ट होता है कि हमें क्या और कैसे करना है। लक्ष्य जितने ज्यादा स्पष्ट होगा। सफल होने की संभावना भी ज्यादा होगी।

Note:- आपका एक लक्ष्य जरुर होना चाहिए। जिस पर अपना कीमती समय Invest कर सके।

3. महत्वपूर्ण काम पहले करे

अगर आप किसी ऐसे असफल व्यक्ति से असफल होने का वजह पूछते हैं। जिसके साथी सफल हो चुके हैं। जबकि दोनो ने शुरुआत साथ में किया था। तब ज्यादातर यही कहते हैं कि उन्हें समय नहीं मिला था। लेकिन यह पूरी सच्चाई नहीं है, ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं। क्योंकि समय किसी को कम-ज्यादा नहीं मिलता है। सभी को दिन के 24 घंटे ही मिलते हैं। बस उस समय का इस्तेमाल हम कैसे करते हैं। इस पर निर्भर करता है कि हम सफल होंगे या असफल।

हम में से अधिकांश लोगों की दिनचर्या ऐसी होती है कि मेहनत खुब करते हैं। दिनभर कुछ ना कुछ करते रहते हैं। सामने जो काम आता है। उसे करना शुरू कर देते हैं। जिसके कारण हमारा समय इन्हीं कामों को करने में खत्म हो जाता है। अधिकांश लोग अपना महत्वपूर्ण कार्य इसी वजह से नहीं कर पाते हैं। क्योंकि वे महत्वहीन कार्यों को करने अपना समय गुजार देते हैं। लेकिन याद रखे कि सफलता महत्वपूर्ण कार्यों को करने से मिलती है, महत्वहीन कार्यों को करने से नहीं।

इसलिए सफलता पाने के लिए महत्वपूर्ण काम करना जरुरी है। इसलिए अपनी दिनचर्या में महत्त्वपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता दे। ताकि आप सफलता की ओर अग्रसर हो सके। महत्वपूर्ण कार्य करने के बाद भी समय बच जाता है। तब महत्वहीन कार्यों पर ध्यान दें। लेकिन समय बर्बाद करने से बचे। आपका महत्वपूर्ण कार्य क्या होगा। यह आपके लक्ष्य पर निर्भर करता है। जैसे अगर आप संगीतकार (Singer) बनना चाहते हैं। तब आपका महत्वपूर्ण कार्य संगीत सीखना होगा। अब अगर आपको अपनी महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए समय नहीं मिलता है। तब सबसे पहले महत्वपूर्ण कार्य करे।

4. यात्रा के समय का उपयोग करे

सफल लोग थोड़ा समय भी बर्बाद करना नहीं चाहते हैं। वे छोटे से छोटे पल को किसी उपयोगी कार्य के लिए उपयोग करते हैं। दरअसल सफल व्यक्ति का पूरा दिनचर्या महत्वपूर्ण कार्यों को करने पर केंद्रित होता है। चूँकि यात्रा हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। आज हर एक व्यक्ति बहुत सारे यात्राएँ करता है और यात्राएँ करना पसंद भी होता है। कुछ लोगों का काम ही यात्राओं वाली होती है। जैसे सेल्समैन। आपके जानकारी के लिए बता दें कि यात्रा में बहुत ज्यादा समय लगता है। लेकिन अगर सफल व्यक्ति यात्रा करते हैं।

तब वे इस समय का भी उपयोग अच्छे कार्यों को करने में करते हैं। जबकि आम लोग हाथ पर हाथ रखे बैठे रहते हैं। लेकिन अब आपको ऐसा नहीं करना है। आप Travelling के समय और कुछ नहीं तो Books पढ़ सकते हैं और अपने ज्ञान के स्तर को बढ़ा सकते हैं। महात्मा गांधी Travelling के समय सोते थे। ताकि तरोताजा हो सके। आपको Travelling में बहुत ज्यादा Time मिल जाता है। जिसका उपयोग आप बहुमूल्य कार्यों को करने में कर सकते हैं। इसलिए इसे ऐसे ही बर्बाद मत होने दे।

5. अपने Prime Time में काम करे

पूरे दिन के 24 घंटो में एक ऐसा समय भी होता है। जब हमारी ऊर्जा, उत्साह, कार्यक्षमता और विचार-शक्ति बाकी समय की तुलना में अधिक होती है। इसी Time को Prime Time कहा गया है। इस समय हम किसी भी कार्य को बाकी समय के मुकाबले जल्दी और अच्छे से कर सकते हैं। ज्यादातर लोगो का Prime Time सुबह का समय होता है। जब वे बड़े-बड़े कार्यों को कुछ ही सेकंड में पूरा कर देते हैं। लेकिन कुछ लोग अपने आप को दोपहर या शाम में भी बाकी समय के तुलना में अधिक ऊर्जा, उत्साह, कार्यक्षमता और विचार-शक्ति महसूस कर सकते हैं।

आपका Prime Time कब है। यह महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि महत्वपूर्ण अपने Prime Time को पहचानना है। अगर आप जान जाते हैं कि आपका Prime Time कब है। तब आप उस समय का उपयोग अपने महत्वपूर्ण और मुश्किल कार्यों को करने के लिए कर सकते हैं। सफल व्यक्ति इस वक्त का भरपूर उपयोग करते हैं। इस Time में आप भी अपना सबसे महत्वपूर्ण कार्य करे। ताकि आपका कार्य जल्दी और अच्छे से हो सके। Prime Time का सही इस्तेमाल करे। महत्वहीन कार्यों को करने में बर्बाद ना करे।

6. स्वयं को व्यवस्थित करे

अव्यवस्थित जीवन समय बर्बाद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए हमें स्वयं को व्यवस्थित करना चाहिए। अगर आप स्वयं व्यवस्थित रहेंगे। तब आपका जीवन और दिनचर्या भी व्यवस्थित होगा। व्यवस्थित जीवन के कारण आप समय का सदुपयोग कर पाएंगे। अव्यवस्था का सबसे आम उदाहरण “समय पर जरुरी चीजे” न मिलना है। अक्सर हम लोग जल्दबाजी या आलस्य के कारण किसी भी वस्तु को उसके सही स्थान पर नहीं रखते हैं और जब उस वस्तु की आवश्यकता होती है। तब हम उसे पूरा घर में ढूंढना शुरू कर देते हैं।

जिसमें हमारा बहुत सारा समय बर्बाद होता है। यह समस्या लगभग सभी में देखने को मिलता है। कुछ ज्यादा अव्यवस्थित होते हैं तो कुछ थोड़ा कम होते हैं। लेकिन अगर आप समय बचाना चाहते हैं। समय का सदुपयोग करना चाहते हैं। तब आपको व्यवस्थित जीवन जीना चाहिए। व्यवस्थित जीवन में हमें किसी भी वस्तु को उसके सही स्थान पर रखना होता है। ताकि आवश्यकता होने पर वह आसानी से मिल सके।

7. Time Table बनाएँ

समय की बर्बादी को रोकने और अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए Time Table बनाना जरूरी है। Time Table एक तरह की योजना है। जो यह बताती हम अपना Time कहाँ लगाना है। Time Table लॉग बुक की तरह है। बस लॉग बुक से यह पता चलता है कि हमारा समय कहाँ कहाँ खर्च हो रहा है। जबकि Time Table से हम खुद Set करते हैं कि हमारा कितना समय किस काम में खर्च करना है। Time Table दो तरह के हो सकते हैं। पहला संक्षिप्त टाइमटेबल और दूसरा पूर्ण टाइमटेबल।

संक्षिप्त टाइमटेबल में योजना सिर्फ किसी विशेष कार्य के लिए बनाया जाता है। ताकि वह विशेष कार्य योजनाबद्ध तरीके से हो सके। योजना के अनुरूप कोई भी कार्य जल्दी और बेहतर तरीके से होती है। संक्षिप्त टाइमटेबल का उदाहरण; मैं सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक यह काम करुंगा। इस तरह की टाइमटेबल में अन्य कार्यों के लिए कोई जगह नहीं होता है। संक्षिप्त टाइमटेबल बनाना और इसका पालन करना आसान है। ज्यादातर इसका प्रयोग व्यवसायिक कार्य की योजना बनाने के लिए किया जाता है।

जबकि पूर्ण टाइमटेबल में पूरे दिन की योजना बनाया जाता है। जिसमें हम अपना समय कहाँ-कहाँ और कितना देंगे। यह बताया जाता है। पूर्ण टाइमटेबल को अपने आवश्यकता अनुसार बना सकते हैं। पूर्ण टाइमटेबल का उदाहरण कुछ इस प्रकार होगा-

समयकार्य
सुबह 6-6:30उठना, चाय बनाना, नित्य कर्म करना
सुबह 6:30-7पड़ोसी से बातचीत, अखबार पढ़ना
सुबह 7-7:30टीवी, न्यूज देखना
सुबह 7:30-8स्नान और पूजा-पाठ करना
सुबह 8-9नाश्ता, तैयार होना
सुबह 9-शाम 6ऑफिस जाना
शाम 6-7आराम करना, टीवी देखना
शाम 7-9पार्टी, कार्यक्रम या समारोह में सम्मिलित होना
शाम 9-10टीवी देखना
रात 10-सुबह 6सोना है
45 मिनट करना हैदिनभर में मोबाइल पर बातचीत
Time Table

8. डेडलाइन तय करे

डेडलाइन का मतलब आखिरी समय सीमा है। डेडलाइन का प्रयोग कर हम बहुत सारा समय बचा सकते हैं। यह किसी भी कार्य को जल्दी कराने का महत्वपूर्ण वजह बनता है। अगर आप किसी कार्य के लिए डेडलाइन तय करते हैं। तब आप उस कार्य को अधिक गंभीरता से लेते हैं। इस तरह वह कार्य जल्दी संपूर्ण होता है। पुराने समय में जेल के चारो ओर खींची एक लाइन को डेडलाइन कहा जाता था। जिसे पार करने पर कैदियों को गोली मार दिया जाता था। इसी तरह आपको अपने कार्य के लिए डेडलाइन बनाना है। कुछ इस तरह की इस कार्य को इतना समय में पूरा कर लेना है।

डेडलाइन पार करने पर आपको जान तो नहीं लेनी है। किंतु आपको पता होता है कि इस कार्य इतने समय तक करना है। अन्यथा कोई नुकसान होगा। तब आप उसको पूरी गंभीरता से लेते हैं। जैसे अगर आप सेल्समैन हैं और आप कुछ सेल करते हैं। तब आप इसका डेडलाइन बना सकते हैं कि इतने दिन में इतना बेचना है। आप अपना डेडलाइन खुद बना सकते हैं। आपको सिर्फ देखना यह है कि वह कार्य कितने दिनों में हो सकता है और उतना समय उसको दे देना है। डेडलाइन तय कर हम ज्यादा कार्य कर सकते हैं। इस कारण इससे हमारे करियर में तरक्की होती है।

शुरुआत में दिक्कत हो सकती है, लेकिन कुछ समय बाद आप डेडलाइन के अंदर ही पूरा कार्य करना शुरू कर देंगे। डेडलाइन से हमें स्पष्ट पता होता है कि इस कार्य को कब तक पूरा कर लेना है। स्पष्ट लक्ष्य होने से उस कार्य की योजना हम अच्छे से बना सकते हैं। साथ में उसी समय सीमा के भीतर उस कार्य को संपन्न कर सकते हैं।

9. निश्चित समय पर काम करे।

जिस तरह एक व्यवस्थित जीवन हमारा बहुत सारा समय बचाता है। उसी तरह निश्चित समय पर काम करने की आदत भी बहुत सारा समय बचा सकता है। जब आप निश्चित समय पर काम करने की आदत बना लेते हैं। तब आपका शरीर भी उसी अनुसार ढल जाता है। जैसे अगर आप हर दिन रात 10 बजे सोते हैं। तब उसी समय आपको अपने आप नींद आने लगता है। ऐसा सिर्फ सोने में नहीं, बल्कि किसी भी कार्य में होता है। इसलिए अगर सभी कार्य को एक निश्चित समय पर शुरू करे। तब बाद में उसी समय पर आप खुद व खुद करना शुरू कर देंगे।

न तो आपको सोचने की आवश्यकता होगी और न ही किसी प्रकार का टालमटोल करेंगे। आलस्य भी कम आएगा। क्योंकि ऐसा करने पर हमारा शरीर और मन दोनो उस कार्य को करने के लिए तैयार रहते हैं। अगर आपको पढ़ाई करना है। तब पढ़ाई करने का निश्चित समय तय कर लें। अगर आप Exercise करना चाहते हैं। तब Exercise के लिए भी निश्चित समय तय कर लें। समय तय करने के लिए Time Table का प्रयोग कर सकते हैं। साथ ही अगर आप निश्चित समय पर सभी काम करेंगे। तब अलग अलग कार्य के बीच में समय का गैप भी नहीं होगा। जिसके कारण आप समय का भरपूर इस्तेमाल कर पाएंगे।

10. गैजेट्स का न्यूनतम उपयोग करे।

आजकल ऐसे बहुत सारे गैजेट्स आ गए हैं। जो समय बर्बाद करने में अपना अहम भूमिका निभा रहे हैं। यहाँ हम मोबाइल, कंप्यूटर, टीवी जैसे गैजेट्स की बात कर रहा हूँ। अधिकांश लोगों के दिन का ज्यादातर हिस्सा इन्हीं चीजो में बर्बाद होता है। बच्चे बुढ़े जवान सभी लोग इन गैजेट्स से अछूता नहीं है। ये गैजेट्स समय का सबसे बड़ा शत्रुओं में से एक है। इसलिए हमें इन गैजेट्स से सावधान रहना चाहिए। यहाँ मैं इन गैजेट्स को छोड़ने को नहीं कह रहा हूँ। बस आपको इनसे सावधानी बरतने की जरूरत है।

आप जिस काम के लिए इनका इस्तेमाल करने जा रहे हैं। सिर्फ उन्हीं कार्यों को कर के उसे बंद कर दे। ऐसे बहुत से लोग हैं, जो टीवी आधे घंटे तक देखने के लिए चालू करते हैं। लेकिन वो आधा घंटा कब दो घंटा हो जाता, पता भी नहीं चलता है। इसलिए कोशिश करे कि इन गैजेट्स का कम से कम उपयोग हो। अगर कर रहे हैं। तब अनुशासित रहे। कुछ लोगों का काम ही इंटरनेट के जरिए कंप्यूटर पर होता होगा। ऐसे लोगों के लिए भी सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि इंटरनेट ऐसे बहुत सारे सामग्री उपलब्ध है। जो हमे अपनी ओर आकर्षित करता है। इसलिए इनसे सावधान रहे।

यह ध्यान रखे की इन गैजेट्स के लिए भी डेडलाइन हो। ताकि आप इन गैजेट्स का इस्तेमाल तय सीमा तक ही कर सके। इससे आपका बहुमूल्य समय बच सकता है। जिसका इस्तेमाल किसी अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में कर सकते हैं।

11. सुबह जल्दी उठे

क्या आप सुबह देर तक सोते रहते हैं? यदि हाँ! तब यकीन मानिए आप अपना बहुत सारा समय बर्बाद कर रहे हैं। कुछ लोग कहेंगे कि हम तो देर रात तक अपना काम करते हैं या पढ़ते हैं। जिसके कारण देर रात को सो पाते हैं और इसके फलस्वरूप सुबह देर तक सोते हैं। सुबह के समय के जगह रात के समय का उपयोग करते हैं। इससे समय कैसे बर्बाद हुआ? रात में सोने के जगह सुबह सोता हूँ। तब आपके जानकारी के लिए बता दें कि अगर आप सुबह देर से उठते हैं। तब आप सिर्फ सुबह का समय ही नहीं बर्बाद करते, बल्कि आपका पूरा दिन खराब जाता है। कैसे?

जब आप सुबह देर तक सोते हैं। तब आपका सिरदर्द करने लगेगा। जिसके कारण आपका पूरा दिन बकवास हो सकता है। देर से उठने के कारण पेट भी खराब हो जाता है। साथ में इससे आप दिनभर आलस्य जैसा महसूस करते हैं। जिसकी वजह से दिनभर आपका मन किसी भी कार्य में सही से लगेगा। लेकिन अगर आप सुबह जल्दी उठते हैं। तब आप खुद को तरोताजा महसूस करते हैं। रात के वातावरण में की मात्रा कम होती है। जबकि सुबह के समय ऑक्सीजन से भरपूर होता है। इस समय हम किसी भी कार्य को आसानी से कर सकते हैं।

यही वह समय हैं। जो अधिकांश लोगों का Prime Time होता है। इस वक्त बाकी समय के मुकाबले तेजी से कार्य सम्पन्न होता है। साथ ही आप पूरे दिन ऊर्जा से भरपूर महसूस करते हैं। सुबह उठने का सही समय सुरज उगने के एक-दो घंटे पहले होता है। यह बात याद रखे। जो जल्दी सोता है, जल्दी उठता है, उसी के पास स्वास्थ्य, बुद्धि और पैसा होता है।

जरुर पढ़ें:- सुबह जल्दी कैसे उठे?

12. आलस से बचे

अगर आप समय बचाना चाहते हैं। इसका जितना हो सके। उतना सदुपयोग करना चाहते हैं। तब आपको आलस से बचना चाहिए। हम जब भी कोई महत्वपूर्ण कार्य करने बैठते हैं। तब हमें वह काम करने का मन नहीं करता है। उसे बाद में करुंगा, बाद में करुंगा करते करते पूरा दिन पार कर देते हैं। इसे ही आलस कहते हैं। आलस व्यक्ति को सफल होने का प्रमुख बाधा है। सफल व्यक्ति कभी मन के अनुसार कार्य नहीं करते हैं। जो काम करना है, उसे करते हैं। क्योंकि मन मेहनत नहीं करना चाहता है।

आलसी व्यक्ति का पहचान यही होता है कि वह मेहनत नहीं करना चाहेगा। ऐसे लोग ज्यादातर सोने में बिताते हैं। लेकिन अगर आप समय का सदुपयोग करना चाहते हैं। तब आपको आलस नहीं करना चाहिए। आलस्य को हम कंट्रोल करने की कोशिश भी करते हैं। लेकिन यह हमारे दिमाग पर हावी होता है। आलस्य का प्रमुख कारण हमारा खान-पान होता है। जब आप ज्यादा खाना या ऑयली खाना खाते हैं। तब ऊर्जा में कमी और एकाग्रता में बाधा उत्पन्न होता है। आलस के कारण हम किसी काम को जैसे-तैसे कर के खत्म करना चाहते हैं। ताकि उसके बाद आराम कर सके।

Note:- सुबह जल्दी न उठने के कारण भी आलस आता है। इसलिए सुबह जल्दी उठने की आदत डालें।

13. टालमटोल से बचे

आज के काम को कल पर टाल देना ही टालमटोल कहलाता है। टालमटोल करने का कई कारण हो सकता है। कभी हमारा मूड नहीं होता है, तो कभी काम ही मुश्किल लगने लगता है। जिसके कारण हम काम को अगले दिन पर टाल देते हैं। टालमटोल Time Management की दृष्टि से खतरनाक है। क्योंकि इसके कारण हम कार्य को सही से और सही समय पर नहीं कर पाते हैं। जिसके कारण बहुत सारा समय बर्बाद होता है।

ऐसे भी लोग होते हैं , जो काम को हमेशा कल पर टाल देते हैं। यानी आज के काम को कल पर और कल आने पर फिर से उसी काम को अगले कल पर टालते हैं। ऐसे लोग कभी सफल नहीं होते हैं। क्योंकि सफल वहीं होता है, जो मेहनत करता, अपने काम को पुर्ण लगन से करता है। इसलिए आपको भी टालमटोल करने से बचना चाहिए। टालमटोल से बचने के लिए आलस को त्याग दे, Time Table बनाए, डेडलाइन तय करे और इसपर अनुशासित रहे।

14. बुरी लतों से बचे

ये तो सभी लोग जानते हैं कि बुरी आदत जैसे; शराब, सिगरेट, गुटखा आदि स्वास्थ्य के लिए खराब होता है। लेकिन यह बहुत कम लोगों को पता है कि ये बुरी आदत स्वास्थ्य के साथ हमारे कीमती समय के लिए भी खतरनाक होता है। आज के युवा सिगरेट पीने में लगभग आधे घंटे का समय बर्बाद कर देते हैं। चूँकि सिगरेट पीने में सिर्फ पाँच मिनट ही लगते हैं। लेकिन इसकी जुगाड़ और माहौल बनाने में समय गुजर जाता है। क्योंकि अधिकांश युवा छुप-छुपाकर सिगरेट पीते हैं। जिसके लिए उन्हें घर से दूर पान की दुकान पर जाना होता है।

वहाँ सिगरेट पीते समय दोस्तो से बातचीत में समय गुजर जाता है। वहीं शराब समय के लिए सबसे बुरी लत है। क्योंकि शराब पीने में ज्यादा वक्त बर्बाद होता है। पीने के बाद भी उसका बहुत सारा समय बर्बाद होता है। क्योंकि पीने के बाद आदमी किसी कार्य को कर पाने के लायक नहीं होता है। साथ में अगला दिन भी खराब बीतता है। क्योंकि सिरदर्द और हैंगओवर जैसी समस्या हो जाती है। शराब पीने से दुर्घटना होने का भी डर होता है। यदि दुर्घटना हो गया, तब और भी ज्यादा समय बर्बाद होगा। साथ में ईलाज के लिए पैसे लगेंगे, वो अलग। इसलिए समय बचाने के लिए बुरी लतों से छुटकारा पाना होगा।

Note:- शराब और सिगरेट के अलावा भी कई बुरी लत होती है। जिसे हमें छोड़ देना चाहिए।

15. परिणाम पर ध्यान दे।

आप कितना समय काम करते हैं। यह महत्वपूर्ण नहीं है। क्योंकि अगर आप किसी काम को 2 घंटे में कर सकते हैं। लेकिन फिर भी उस काम करने में 5 घंटे का समय लगाते हैं। तब यह भी समय की बर्बादी है। जिसमें आप 3 घंटे का समय बर्बाद कर रहे हैं। अक्सर नौकरी करने वाले लोग ऐसा ही करते हैं। क्योंकि उन्हें ज्यादा काम करने से मतलब नहीं होता है, बल्कि मतलब होता है कि कितनी देर तक किया है। लेकिन सफल व्यक्ति का ध्यान हमेशा परिणाम पर केंद्रित होता है। तभी तो ये सफल होते हैं। क्योंकि ज्यादा देर तक काम करने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। बल्कि इससे सिर्फ बहुत ज्यादा समय बर्बाद होता है।

वहीं अगर आप परिणाम पर केंद्रित करेंगे। तब आप अपने क्षेत्र में तरक्की करेंगे। चाहे कोई भी क्षेत्र हो। जैसे: किसी कर्मचारी को उसके बॉस सात दिन की डेडलाइन के साथ एक काम सौंपता है। अब अगर वह कर्मचारी उस काम को 2 दिन में ही अच्छे से पूरा कर देता है। तब वह अपने बॉस के नजर में ज्यादा ऊपर उठ जाता है। उसने इतना कम समय में सही परिणाम दिया इसके लिए उसकी पुरस्कार दे सकते हैं या तरक्की (Promotion) कर सकते हैं। इसलिए कहा जाता है कि यह महत्वपूर्ण नहीं कि आपने कितना समय काम किया है, बल्कि महत्वपूर्ण तो परिणाम है। इसलिए ज्यादा देर तक करने के बजाय परिणाम पर ध्यान दे।

Time Management Tips in Hindi

Conclusion – Time Management Tips in Hindi

Time Management Skill में सुधार कर आप एक बेहतर कार्यकर्ता बन सकते हैं। जो अपने समय का उपयोग सही कामों में कर उचित परिणाम पा सकता है। सफल व्यक्ति समय की महत्व को अच्छे से समझते हैं। तभी तो वह अपने समय का जितना हो सके। उतना सदुपयोग करने की कोशिश करते हैं। तभी जाकर वे अपने लक्ष्य को पाते हैं। जिसके बाद वह सफल बनते हैं। आप भी अपने समय का उपयोग अच्छे कार्यों में कर के सफल बन सकते हैं।

लेकिन बहुत सारे लोगों को पता नहीं है कि समय का उपयोग किस प्रकार करना चाहिए। इसलिए यह लेख मैंने लिखा था। इसमें समय के सदुपयोग के लिए Time Management Tips in Hindi बताया है। उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और कुछ नया सीखने को मिला होगा। अगर आप हमसे कोई विचार शेयर करना चाहते हैं। तब कमेंट जरुर करे।

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