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इंटरनेट क्या है? – What is Internet in Hindi

इस लेख में इंटरनेट क्या है इसकी विशेषताएं बताइए गए हैं। आज लगभग सभी मोबाइल फोन और कंप्यूटर उपयोगकर्ता Internet का Use करता होगा। क्योंकि इसके बिना हमारा कंप्यूटर या मोबाइल फोन अधूरा सा लगता है। आपने भी Internet का Use जरुर किया होगा। आज लगभग प्रत्येक गांव और घर तक Internet की पहुंच है। इसकी सहायता से बहुत सारे कार्य घर बैठे कर सकते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि Internet क्या है। अगर आपको Internet की जानकारी नहीं है। तब इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। क्योंकि इस लेख में हमने Internet की पूरी जानकारी हिंदी में बताया है।

अगर आप इस लेख को पढ़ते हैं। तब Internet क्या होता है। इसके अलावा इंटरनेट का क्या मतलब है यह कैसे काम करता है। यानी Internet का क्या अर्थ होता है और इसकी कार्यप्रणाली को भी समझेंगे। सामान्यतः इस लेख में हमने बताया है कि Internet क्या है, Internet कैसे काम करता है, Internet कैसे बना है, Internet की सेवाएं, Internet का Full Form, Internet का उपयोग कैसे करते हैं, Internet की विशेषता, Internet के लाभ, Internet के हानि, Internet का इतिहास, Internet की खोज किसने और कब किया, Internet का जनक किसे कहते है, भारत में Internet कब शुरू हुआ, Internet का विकास और Internet का मालिक कौन है।

आजकल सभी लोगों का अधिकांश समय Internet पर ही गुजरता है। सुबह से लेकर रात तक सभी लोग Internet पर ही कुछ ना कुछ कर रहे होते हैं। Computer और Internet ये दोनो ने मिलकर हमारे युग को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है। Internet की सहायता से आज मिलो दूर बैठे व्यक्ति से जुड़ सकते हैं और बाते भी कर सकते हैं। अब तो ऐसा लगता है कि Internet ना होता तो क्या करते। इसका सबसे अच्छा उदाहरण इस Lockdown में देख लिजिए। इस Lockdown में घर में बैठकर समय काटने से लेकर घर बैठे काम करने तक (WorkFromHome) में Internet सहायक सिद्ध हुआ है।

आपने भी Internet का नाम कभी ना कभी जरूर सुना होगा। मुझे उम्मीद है कि आप Internet का उपयोग भी किए होंगे। क्योंकि इस लेख को पढ़ने के लिए भी Internet की आवश्यकता होती है। Internet को संक्षेप में सिर्फ Net भी बोला जाता है। Internet का उपयोग धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। भारत में Internet की उपयोगिता को देखा जाए तो अंतिम के चार-पाँच वर्षों में इसकी Popularity बहुत ज्यादा बढ़ गई है। लेकिन अभी भी बहुतो को Internet की समझ नहीं है कि आखिर Internet है क्या? इसलिए हमने इस लेख को लिखा है। इस लेख में हमने Internet को आसान भाषा में बताया है।

आसान भाषा में पूछे तो Internet से आप क्या समझते हैं? इस लेख को अंत तक पढ़ने के बाद Internet से संबंधित सारे सवाल खत्म हो जाएंगे। क्योंकि इस लेख में आपको Internet संबंधित बहुत सारे प्रश्नों के उत्तर मिलेंगे। जिसके बाद आप Internet क्या है और कैसे काम करता है। सब कुछ अच्छे से समझ जाएंगे। Internet को अच्छे से समझने के लिए Internet क्या है के अलावा Internet कैसे काम करता है और Internet का परिचय जरुर पढ़ें। तो चलिए सबसे पहले पढ़ते हैं कि Internet क्या है?

पढ़िए: इंटरनेट से पैसे कैसे कमाए?

इंटरनेट क्या है? (What is Internet in Hindi)

दुनिया के सबसे बड़े Computer Network को Internet कहते हैं। चूँकि दो या दो से अधिक Computer को आपस में एक दूसरे से संचार करने के लिए जोड़ते हैं। तब एक Network का निर्माण होता है। उसे Computer Network कहा जाता है। इसी तरह जब विश्व स्तर पर Computer को आपस में जोड़ा जाता है। तब Internet का निर्माण होता है। इसलिए Internet को विश्वस्तरीय या विश्वव्यापी नेटवर्क भी कहा जाता है। Internet में Private और Public School, Colleges, Business और Government इत्यादि के कई छोटे-बड़े Networks जुड़े होते हैं। इसलिए Internet को Network of Network भी कहा जाता है। इसे अक्सर Web और Net से भी जाना जाता है।

Internet से कई तरह के Device जैसे; Computer, Server, Smartphone, Smartwatch, Gaming Console, Smart TV इत्यादि जुड़े होते हैं। ये सभी Device Telephone Line, Optical Fibre Cable आदि के जैसे Wired Connection के अलावा Wireless माध्यम से जुड़ते हैं। Internet से जुड़े ये Device आपस में संचार या Data का आदान-प्रदान दुनिया के किसी भी कोने से कर सकते हैं। जैसे; आप WhatsApp और Facebook से कर पाते हैं। क्योंकि आप भी Internet से जुड़े होते हैं। सामान्यतः Internet से लाखो या करोड़ो Computer और अन्य Electronic Device जुड़े हुए हैं।

सरल शब्दो में कहें तो बहुत सारे Computer और Networks का आपस में जुड़ना Internet कहलाता है। जब बहुत सारे Computer और Networks जुड़ जाता है। तब Internet स्थापित होता है। Internet से जुड़े प्रत्येक Computer का अपना एक पहचान होता है। जिसके द्वारा उस Computer को Internet में पहचाना जाता है। इस पहचान को IP Address कहते हैं। यह एक प्रकार से Computer का Address ही होता है। लेकिन पहचान का कार्य भी करता है। IP Address गणितीय संख्याओं का Set होता है। जो कुछ 127.103.185.222 की तरह दिखता है। Computer को DNS के द्वारा नाम दिया जाता है। जिसे Domain Name कहते हैं। यह डोमेन नाम Computer के IP Address को ही Represent करता है।

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इंटरनेट इन हिंदी (Internet meaning in Hindi)

क्या आप जानते हैं कि इंटरनेट का हिंदी नाम क्या होता है। क्योंकि इंटरनेट (Internet) एक अंग्रेजी शब्द है। इसलिए इसका हिंदी नाम तो जरूर होगा। इसलिए यहाँ हमने इंटरनेट का हिंदी नाम भी बताया है। इंटरनेट को हिंदी में अंतरजाल कहते हैं। यानी Internet का हिंदी अर्थ अंतरजाल होता है। यह बहुत सारे Computer, Network और अन्य Electronic Device से जुड़ा एक जाल होता है। जिसमें अगर आप अपना Device जोड़ते हैं। तब आप अपने Device से अन्य Device के साथ Communicate कर सकते हैं।

इंटरनेट का Full Form (Internet Full Form in Hindi)

Internet का Full Form InterConnected Network होता है। जिसमें हजारो-लाखो Network Connected होते हैं। यह एक प्रकार का कंप्यूटर नेटवर्क है। लेकिन इसे Network का भी Network कहा जाता है। यह दुनिया का सबसे बड़ा Network है। क्योंकि इसमें दुनिया के सभी Computer और अन्य Electronic Device जुड़ते हैं या फिर जुड़े रहते हैं।

इंटरनेट कैसे काम करता है? (How Internet works in Hindi)

Internet क्या है? जानने के बाद चलिए जानते हैं कि Internet कैसे काम करता है? मतलब हम Internet कहाँ, किससे और कैसे जुड़ते हैं? असल में Internet के काम करने का तरीका क्या है?

सच्चाई यह है कि Internet कई Computer से आपस में जुड़ा हुआ एक प्रकार का जाल होता है। जो एक दूसरे से विभिन्न माध्यम से जुड़े होते हैं। Internet से जुड़े इन सभी Computer को इनके कार्य के आधार पर दो प्रकार में बांटा जाता है। एक को Server कहते हैं और दूसरे को Client कहा जाता है। Server और Client दोनो एक प्रकार का Computer ही होता है। जो Internet के माध्यम से आपस में जुड़ते हैं। लेकिन Server का कार्य Internet की Service देना होता है और Client उस Computer को कहते हैं। जो Internet के माध्यम से Server से जुड़कर Service प्राप्त करता है।

जैसे हम लोग Computer का उपयोग Internet Explorer करने के लिए या फिर Internet के विभिन्न सेवाओं का उपयोग करने के लिए करते हैं। इसलिए Internet में हमारे Computer को Client माना जाएगा। वहीं Server भी एक Computer ही होता है। लेकिन उसका उपयोग एक Server समान्य भाषा में कहें तो Storage की तरह किया जाता है। यह Computer भी हमारे Computer यानी Client की तरह ही Internet के साथ जुड़ा रहता है। इन Computer में सामान्यतः वेब सामग्री सहेजा जाता है। जब Client को वेब सामग्री की आवश्यकता होती है। तब वह Client Computer Server से Connection बनाकर उन वेब सामग्री को प्राप्त करता है। इस प्रक्रिया में Web Browser और कई Internet Protocol का हाथ होता है।

जैसे Internet पर जितना कुछ भी देखते हैं। जैसे; Website, Videos, Image, Song, Movie इत्यादि वह सभी किसी ना किसी Server पर Store होता है। Internet के इन सभी सामग्री जैसे; Website, Videos, Image, Song, Movie इत्यादि को दिखाने या उपयोग करने के लिए हमारा Computer (Client) उस Server से Connection बनाता है और आपस में Communicate करना शुरू कर देता है। जिसके पश्चात हमारा Computer हमारे Instructions के अनुसार उस Server से Data Receive कर के दिखाता है। जब दो Computer आपस में जुड़ते हैं। तब आपस में Communicate करने के लिए TCP/IP का उपयोग करता है।

TCP का पूरा नाम Transmission Control Protocol होता है। यह सुचना या डेटा को छोटे-छोटे पैकेट्स के रुप में एक Computer से दूसरे Computer में स्थानांतरित करता है। IP का पूरा नाम Internet Protocol होता है। यह एक गणितीय फॉर्म है। जो Computer के Address का कार्य करता है। यानी Computer के Location को बताता है। पूरे Internet में प्रत्येक Computer का अपना अलग Internet Protocol होता है। इसकी सहायता से Internet में प्रत्येक Computer का पहचान हो पाता है। जिसके कारण इससे सुचना या डेटा सही Computer तक पहुंच पाता है।

अर्थात TCP सुचना या डेटा को छोटे-छोटे पैकेट्स के रुप में स्थानांतरित करता है और IP उस सुचना या डेटा को सही Computer तक पहुंचा देता है। यह पढ़ने और प्रत्येक प्रोसेस को समझने में आपको समय लग गया होगा। लेकिन यह यह इतना तेज होता है कि इधर आप सुचना भेजते हैं और उधर पहुंच जाता है। आमतौर पर यह आपके Internet Data या फिर Internet Connection के Speed पर निर्भर करता है। इसका उदाहरण आप WhatsApp को ले सकते हैं। जो कि Messaging के लिए भारत में बहुत ज्यादा लोकप्रिय है।

कुछ इसी तरह Internet के माध्यम से संचार होता है और इसी तरह Internet कार्य भी करता है। क्योंकि Internet पर उपस्थित सभी सामग्री कहीं ना कहीं दूसरे Computer पर ही Store होता है। जैसे अगर आप कोई वेबसाइट चलाते हैं। तब वह वेबसाइट एक Server पर Store होता है और Server भी एक Computer ही होता है।

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इंटरनेट कैसे बनता है? (How are Internet made in Hindi)

मुझे उम्मीद है कि Internet क्या है और Internet कैसे काम करता है? जानने के बाद आपको Internet की अच्छी समझ हो गया होगा। लेकिन आपको यह भी जान लेना चाहिए कि Internet कैसे बना है। चूंकि Internet की सच्चाई आपको पता ही है कि यह और कुछ नहीं सिर्फ Computer का आपस में जुड़ा हुआ बहुत बड़ा जाल है। तो चलिए समझते हैं Computer आपस में जुड़कर Internet कैसे बन जाता है। इससे Internet कैसे काम करता है और Internet क्या है? समझने में आसानी होगी।

जब हम अपने दो Computer को आपस में किसी भी माध्यम (जैसे; Wire) से जोड़ देते हैं। तब एक Computer Network का निर्माण होता है। तब हम इन दोनो Computer से आपस में Communicate कर सकते हैं। यानी एक Computer का डेटा दूसरे Computer में शेयर कर सकते हैं। इसके लिए Computer TCP/IP उपयोग करता है। इसी तरह जब बहुत सारे Computer को आपस में जोड़ेंगे। तब प्रत्येक Computer का डेटा दूसरे Computer में भी शेयर कर सकते हैं। इसी आधार पर दुनिया के सभी Computer को आपस में जोड़ने पर दुनिया का सबसे बड़ा Computer Network बनता है। जिसे Internet कहते हैं। अब Internet से जुड़े प्रत्येक Computer का डेटा अन्य Computer में शेयर कर सकते हैं। अर्थात आपस में सभी Computer संचार कर सकते हैं।

अब सबसे पहले जानते हैं कि ये सभी Computer आपस में जुड़ते कैसे हैं। आमतौर पर प्रत्येक Computer Optical Fibre या Submarine Cable से जुड़ा होता है। आपका Computer या Mobile Phone किसी Cellular Tower, WiFi या Router के माध्यम से Connected हो सकता है। लेकिन अंततः यह Connection भी Optical Fibre या Submarine Cable के द्वारा ही पूरे दुनिया के Computer के साथ जोड़ता है। यानी आपका मोबाइल आपके अगल-बगल के Mobile Tower से जुड़ा होता है। लेकिन वह Mobile Tower भी Optical Fibre या Submarine Cable के साथ जुड़ा होता है। इसी तरह Mobile Tower, WiFi, Router और Submarine Cable या Optical Fibre के सहारे दुनिया के सभी Computer आपस में जुड़ते हैं।

इस प्रकार एक Computer का डेटा दुनिया के किसी भी अन्य Computer में शेयर कर सकते हैं। अर्थात एक Computer दुनिया के अन्य किसी भी Computer के साथ संचार कर सकता है। चलिए अब समझते हैं कि वेबसाइट या फिर Internet पर उपलब्ध सामग्री कैसे काम करता है। आमतौर पर Internet पर उपलब्ध सभी सामग्री जैसे; Website, Videos, Image, Song इत्यादि दुनिया के किसी ना किसी Server में Store होता है। चूँकि Server भी एक Computer होता है। यह भी Hardware और Software से मिलकर बना होता है। लेकिन इसका मकसद Internet पर Services Provide कराना होता है। इसके लिए यह भी अन्य Computer की भाती Internet से जुड़ जाता है। यानी इस Computer (Server) को भी अन्य Computer की तरह डेटा शेयर कर सकते हैं और यह Server भी अन्य Computer को Store Data शेयर कर सकता है।

Server पर Store Data को दिखाने का कार्य Web Browser और अन्य कई इंटरनेट प्रोटोकॉल का होता है। जब हमें किसी वेबसाइट को देखना होता है। तब हम Web Browser में वेबसाइट का Domain Name डालकर सर्च करते हैं। इसके बाद Web Browser उस Server से Data प्राप्त कर के दिखा देता है। इसी तरह URL (Hyperlink) डालने या क्लिक करने पर भी उसका Data आ जाता है। यानी Internet पर उपलब्ध सभी सामग्री Server में Store होता है। जिसे Optical Fibre की मदद से हम अपने Computer पर देख पाते हैं।

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इंटरनेट का परिचय (Internet Information in Hindi)

इंटरनेट का चित्र

ऊपर हमने Internet के बारे में बहुत कुछ बताया है। जिससे आप Internet को अच्छे से समझ गए होंगे। यहाँ हम आपको इंटरनेट से परिचय इन हिंदी में कराएंगे। क्योंकि बहुत सारे लोग सोचते हैं कि Internet कैसा दिखता है। चूँकि Internet कोई चीज या वस्तु नहीं है कि हम आपको बतादे की Internet कैसा दिखता है। या फिर Internet का चित्र दिखाएं। लेकिन Internet को अच्छे से समझने के लिए ऊपर हमने Internet की संरचना का चित्र दिखाया है। इस चित्र से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि दुनिया के बहुत सारे Computers एक दूसरे से कैसे जुड़े होते हैं। दुनिया के सभी Computer को आपस में जोड़ने से Optical Fibre Cable का जाल सा बन जाता है।

Internet Data क्या है? (What is Internet Data in Hindi)

दुनिया के सभी Computer को आपस में जोड़ने में या फिर बोले कि Internet को सभी Computer तक पहुंचाने में मुख्य रूप से तीन कंपनी (ISP) का योगदान होता है। इन तीन कंपनी को Tier-1, Tier-2, Tier-3 से पहचाना जाता है। Tier-1 कंपनी समुंदर के अंदर Optical Fibre Cable या Submarine Cable को बिछा कर सभी देश को आपस में जोड़ देता है। इनकी पहुंच वैश्विक स्तर पर होती है। इसलिए यह Internet का Backbone कहलाते हैं। Tier- 1 कंपनी का उदाहरण Tata Communication, AT&T, Sprint और Verizon इत्यादि है।

इसके बाद Tier-2 कंपनी आती है। यह पहली कंपनी Tier-1 और तीसरी कंपनी Tier-3 के बीच में कार्य करता है। इसका कार्यक्षेत्र देश के भीतर या क्षेत्रीय होता है। Tier-2 कंपनी Tier-1 कंपनी के Optical Fibre से जोड़कर Connection को देश के भीतर पहुंचाता है। जिस प्रकार हम अपने मोबाइल में GB के हिसाब से Internet Data खरीदते हैं। उसी प्रकार Tier-2 कंपनी भी Tier-1 कंपनी से Internet Data नापतौल के खरीदते हैं। Tier-2 कंपनी का उदाहरण Reliance Jio, Airtel, VI और BSNL इत्यादि है।

Tier-3 कंपनी सबसे निचला स्तर का होता है। इसका कार्य Tier-2 कंपनी से Internet Data खरीदकर अंतिम ग्राहक यानी घरों और कार्यालय जैसी कार्यक्षेत्रों तक Internet Connection पहुंचाना होता है। इसके बदले में Tier-3 कंपनी ग्राहक से चार्ज लेती है। Tier-3 कंपनी का उदाहरण Den Broadband, Excital और Tikona इत्यादि है।

बहुत सारे लोगो को पता नहीं होगा कि Internet Data क्या है। इसलिए यहाँ हमने Internet Data की विस्तृत जानकारी बताया है। Internet Data एक तरह से Internet Connection मापने की चीज है। जिसे MB या GB में मापते हैं। अगर आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर में Internet चलाना चाहते हैं। तब आपके पास Internet का Connection होना चाहिए। Internet Connection Internet Service Provider यानी ISP देती है। इसके बदले में कुछ शुल्क भी लेती है। यहीं पर Internet Data की आवश्यकता होती है। क्योंकि ISP हमें Internet Connection नापतौल कर देते हैं। जैसे अगर आप किसी ISP से 1GB का Internet Data रिचार्ज कराते हैं। तब 1GB खत्म होने के पश्चात Internet Connection हटा दिया जाता है। जब तक फिर से रिचार्ज ना किया जाए। इस कारण Internet भी नहीं चला सकते हैं। Internet Data को Net, Net Balance, Internet Balance आदि भी बोला जाता है। ग्राहक Internet चलाने के लिए Tier-3 या Tier-2 से Internet Data का Recharge करवाती है। उसी प्रकार Tier-3 कंपनी Tier-2 से तथा Tier-2 कंपनी Tier-1 कंपनी से खरीदती है। इस तरह आप यह जान गए होंगे कि Internet Data क्या है और Internet कहां से आता है।

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इंटरनेट की विशेषता (Features of Internet in Hindi)

Internet की विशेषताएं निम्नलिखित है।

  • Internet दुनिया का सबसे बड़ा Computer Network है।
  • Internet प्रत्येक व्यक्ति को उसके डिवाइस की सहायता से आपस में जोड़ देता है। इस कारण Internet की मदद से दुनिया के किसी भी व्यक्ति से संपर्क बनाया जा सकता है।
  • Internet की वजह से Digital लेनदेन संभव हो पाया है। अब Internet की मदद से Online Transactions एक स्थान से बैठे किया जा सकता है।
  • Internet की एक सबसे बड़ी विशेषता है कि Internet की मदद से व्यापार को बड़े स्तर तक बढ़ाया जा सकता है।
  • Internet की मदद से शिक्षा प्राप्त करना आसान हो गया है। आज इससे घर बैठे शिक्षा प्राप्त किया जा सकता है।
  • Internet की सहायता से किसी भी व्यक्ति को इलेक्ट्रॉनिक रुप में संदेश भेजा और प्राप्त किया जा सकता है।
  • Internet की एक और खास विशेषता है कि इसे कोई भी और कभी इस्तेमाल कर सकता है।
  • आज Internet का विकास इतना हो गया है कि इसकी सहायता से किसी भी जानकारी को कुछ ही मिनटों में खोजा जा सकता है।

इंटरनेट का उपयोग (Internet Access in Hindi)

क्या आप जानते हैं कि Internet का उपयोग कैसे करते हैं। या फिर कोई व्यक्ति Internet का उपयोग कैसे कर सकता हैं। यानी Internet का उपयोग करने के लिए क्या जरूरत होता है।

आपके जानकारी के लिए बता दूँ कि Internet का उपयोग करने के लिए Internet की सेवाएं देने वाली कंपनी ISP (Internet Service Provider) से सेवा लेना होता है। इसके बाद मोबाइल टावर या ब्रॉडबैंड कनेक्शन के माध्यम से कंप्यूटर व स्मार्टफोन को ISP के Server से जोड़ा जाता है। अब आप Internet से Connected हैं। यानी अब आप Internet Access कर सकते हैं। Internet पर उपलब्ध किसी वेबसाइट को देखने के लिए वेब ब्राउजर का इस्तेमाल करना होगा तथा वेब पर जानकारी खोजने के लिए सर्च इंजन का इस्तेमाल करना होगा। चलिए अब जानते हैं कि Internet का क्या उपयोग है या फिर Internet का उपयोग कहां कहां होता है।

इंटरनेट का उपयोग निम्न क्षेत्रों में होता है।

  • बैंकिंग के क्षेत्र में
  • शिक्षा के क्षेत्र में
  • व्यापार के क्षेत्र में
  • चिकित्सा के क्षेत्र में
  • अनुसंधान के क्षेत्र में
  • पर्यटन के क्षेत्र में
  • मौसम विज्ञान के क्षेत्र में
  • कृषि के क्षेत्र में
  • मीडिया के क्षेत्र में
  • रेलवे के क्षेत्र में
  • हवाई अड्डा के क्षेत्र में
  • रोजमर्रा के कार्यों में

इसी तरह और बहुत सारे क्षेत्रों में Internet का उपयोग होता है। कुछ अच्छे कार्यों में Internet का उपयोग होता है तो वहीं कुछ खराब कार्यों में भी Internet का उपयोग किया जाता है। जो कि Internet के नुकसान को दर्शाता है। नीचे हमने Internet के फायदे और नुकसान की विस्तृत जानकारी शेयर किया है।

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इंटरनेट के फायदे (Advantage of Internet in Hindi)

चलिए पढ़ते हैं कि Internet के क्या लाभ है।

1. संचार

इंटरनेट संचार का सबसे अच्छा माध्यम बनकर उभरा है। इससे बहुत आसानी से संचार किया जा सकता है। इंटरनेट के आने से एक दूसरे से संचार करना बहुत सुलभ हो गया है। इंटरनेट संचार के लिए इस प्रकार विकसित हुआ है कि इससे Audio Call के अलावा Video Call और Video Conference Call भी कर सकते हैं।

2. शिक्षा

पहले शिक्षा प्राप्त करने का सिर्फ एक ही माध्यम हुआ करता था। वो था किसी संस्था (Institute) में प्रवेश प्राप्त कर। लेकिन इंटरनेट ने हमारे समाज के पूरे Education System को ही बदल कर रख दिया है। इंटरनेट से आज घर बैठे पढ़ाई कर सकते हैं। दुनिया के बड़े से बड़े Education Degree या Skills घर बैठे प्राप्त किया जा सकता है। जिन Higher Degree या Higher Skills को सीखने के लिए घर से बाहर जाना पड़ता था। उन सभी को घर बैठे सिर्फ इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। बहुत सारे संस्था तो अपना Online Classes भी चला रहे हैं। इसलिए ये बोलना गलत नहीं होगा कि शिक्षा के क्षेत्र में इंटरनेट काफी प्रगति की है।

3.समाचार

पहले समाचार जानने या पढ़ने के लिए समाचारपत्र का इंतजार करना पड़ता था। लेकिन आज ऐसा कुछ भी नहीं है। जब चाहे तब किसी भी तरह का या फिर किसी भी देश का समाचार पढ़ सकते हैं। वो भी दो चार क्लिक से अपने फोन में घर बैठे और यह सब इंटरनेट की वजह से संभव हो पाया है।

4. बैंकिंग

इंटरनेट ने पूरे बैंकिंग सिस्टम को भी बदलकर रख दिया है। जहाँ पहले बैंको में सारे कामकाज कागज और कलम से हुआ करता था। वहीं आज बैंको में सारे कामकाज कंप्यूटर पर इंटरनेट से होता है। जिसके कारण बहुत सारे बैंकिंग सुविधा शुरू हो पाया है। इंटरनेट के कारण ही नेट बैंकिंग, यूपीआई और अन्य प्रकार का ऑनलाइन बैंकिंग शुरू हुआ है।

5. लेनदेन

इंटरनेट ने लेनदेन को भी बहुत आसान कर दिया है। जहाँ पहले किसी से पैसे लेने या किसी को पैसे देने के लिए उस व्यक्ति को ढूंढना पड़ता था। लेकिन आज यह सभी काम घर बैठे कर सकते हैं। इसके लिए बहुत सारे Online Payment Methods है। जैसे; PayTM, PayPal, PhonePe, Google Pay इत्यादि। यह सभी इंटरनेट के कारण ही संभव हो पाया है।

6. शॉपिंग

पहले कुछ भी खरीदने के लिए दुकान जाना पड़ता था। लेकिन इंटरनेट ने यह सभी काम को भी घर बैठे करने की सुविधा दी है। आज घर बैठे जरूरत के हर वस्तु को Online Order कर सकते हैं। शहर हो या गांव अब हर जगह से Online Shopping कर सकते हैं।

7. मनोरंजन

इंटरनेट का उपयोग बहुत सारे कार्यों के लिए किया जा सकता है। लेकिन इसका उपयोग ज्यादातर लोग मनोरंजन के लिए करते हैं। आज इंटरनेट हर घर में मनोरंजन का सबसे अच्छा साधन बन चुका है। आजकल के बच्चे खेल खेलने के बजाय मोबाइल या कंप्यूटर पर Online Game खेलना पसंद करते हैं। इसके अलावा भी मनोरंजन करने के लिए इंटरनेट पर बहुत कुछ मिल जाता है। जैसे; मूवी देखना, गाना सुनना आदि।

8. व्यापार का बढ़ावा

इंटरनेट का उपयोग Business Promote करने के लिए भी किया जाता है। क्योंकि आज इंटरनेट ही वह दुनिया है। जहाँ हमेशा बहुत सारे लोग Active होते हैं। इसलिए इंटरनेट का उपयोग Business Promotion के लिए भी होता है।

9. ऑनलाइन व्यापार

Business को Promote करने के साथ इंटरनेट से Online Business भी कर सकते हैं। ऑनलाइन व्यापार को मुख्यतः किसी एक जगह से किया जा सकता है। ऑनलाइन बहुत तरह के व्यापार कर सकते हैं। जैसे; e-Commerce Business, Domain Flipping Business, Web Hosting Business, Reselling Business इत्यादि।

10. फ्रीलांसिंग

इंटरनेट के कारण बहुत सारे जॉब उभरकर सामने आया है। इससे ऑनलाइन जॉब भी कर सकते हैं। जिसमें सबसे अधिक लोकप्रिय फ्रीलांसिग जॉब है। इसे घर बैठे किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए आपके पास कोई हुनर या स्किल होना चाहिए।

11. पैसे कमाओ

इंटरनेट के माध्यम से फ्रीलांसिग जॉब के अलावा बहुत सारे कार्य कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं। जिसे सबसे ज्यादा लोकप्रिय Blogging, Vlogging, Affiliate Marketing इत्यादि है। इस ब्लॉग पर अक्सर इंटरनेट से पैसे कमाने की जानकारी शेयर की जाती है।

इंटरनेट के नुकसान (Disadvantage of Internet in Hindi)

क्या आप जानते हैं कि Internet के नुकसान क्या है। चूंकि Internet के फायदे या बोले कि Internet के लाभ तो बहुत है। किंतु इसके कुछ नुकसान भी है। जिसकी जानकारी यहाँ हमने बताया है। अगर आपको Internet से होने वाले हानि की जानकारी नहीं है। तब इसे जरूर पढ़ें।

1. समय की बर्बादी

इंटरनेट से बहुत सारे अच्छे कार्य किए जा सकते हैं। जैसे; Online Education, Online Shopping, Online Payment, Online Money Making, Online Business इत्यादि। लेकिन आजकल इंटरनेट का दुरुपयोग भी बहुत ज्यादा हो रहा है और इससे सबसे ज्यादा हमारे समय की बर्बादी होती है। आजकल बच्चे से लेकर बड़े सभी PubG में अपना बहुत सारा समय बर्बाद करते हैं। इंटरनेट पर सिर्फ PubG ही नहीं बल्कि बहुत सारे ऐसी सामग्री उपलब्ध है। जिसके कारण लोग अपना सबसे कीमती समय बर्बाद कर रहे हैं।

2. हैकिंग

इंटरनेट ने हमें बहुत सारी सुविधाएं दी है। जैसे; Online Banking, Online Payment, Online Bill Payment, Online Business इत्यादि। लेकिन यह सभी सुविधाओं को उपयोग करने में हैकिंग का डर होता है। हैकिंग के जरिए लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार होते हैं। जिसमें पैसा और गोपनीय जानकारी चोरी किया जाता है।

3. फिरौती

आजकल ऑनलाइन फिरौती भी बहुत ज्यादा बढ़ गया है। जिसमें लोगों के व्यकिगत या गोपनीय जानकारी चोरी कर के या फिर उसके सिस्टम को करप्ट कर के फिरौती मांगा जाता है।

4. धोखाधड़ी

आजकल इंटरनेट से धोखाधड़ी आम हो गया है। आए दिन ऑनलाइन धोखाधड़ी और ठगी सुनने को मिलता है। जिसमें लोगों को ऑनलाइन आमतौर से फेसबुक, व्हाट्सऐप और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया पर धोखा दिया जाता है।

5. इंटरनेट की लत

आजकल के बच्चो में इंटरनेट को लेकर बहुत ज्यादा क्रेज देखने को मिलता है। वे पूरे दिन को इंटरनेट चलाते हुए गुजार सकते हैं। ऐसे बच्चो को बिना इंटरनेट के मन नहीं लगता है। इसे ही लत कहते हैं। यानी इंटरनेट का लत। इंटरनेट का लत सिर्फ बच्चो को नहीं बल्कि बड़े और बुढ़े में भी देखने को मिल रहा है। जो कि बहुत गलत है। इंटरनेट का लत एक नशा जैसा होता है। जो कि बाकी के लत जैसा होता है।

6. गलत प्रचार

इंटरनेट के जरिए गलत प्रचार भी किया जा सकता है और आए दिन सोशल मीडिया पर फैल रहे गलत प्रचार सुनने को मिलता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इंटरनेट पर पूरे दुनिया के बहुत सारे लोग हमेशा Active रहते हैं।

7. जासूसी

इंटरनेट से जासूसी करना भी पहले से आसान हो गया है। जहाँ पहले किसी की जासूसी करने के लिए किसी एक जासूस को हमेशा उस व्यक्ति के पास छुप कर रहना होता था। वहीं आज कुछ तकनीक का उपयोग कर के घर बैठे जासूसी कर सकते हैं। जो कि इंटरनेट के कारण संभव हुआ है।

8. स्वास्थ्य प्रभाव

इंटरनेट का स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। बहुत ज्यादा इंटरनेट का इस्तेमाल करने से आँखों में कमजोरी, वजन बढ़ना, तनाव महसूस होना, आलसी और शरीर दर्द जैसी समस्या होती है।

9. अश्लीलता

इंटरनेट पर अच्छी सामग्री के साथ-साथ खराब सामग्री भी उपलब्ध है। जिससे बच्चो पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। इंटरनेट पर खराब सामग्री में हिंसक और अर्धनग्न या नग्न तस्वीरे और वीडियो उपलब्ध है। बहुत बार किसी से दुश्मनी के उद्देश्य से ऐसी तस्वीरे और वीडियो इंटरनेट पर शेयर कर दिया जाता है। आजकल कुछ Site पर ये सभी काम सामान्य हो गया है।

इंटरनेट का इतिहास (History of Internet in Hindi)

आज पूरी दुनिया Internet का इस्तेमाल करता है। आपने भी Internet का इस्तेमाल जरूर किया होगा। आज इसके बिना जिंदगी की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। क्योंकि Internet लगभग सभी क्षेत्रों में उपयोग होता है। Internet दुनिया के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से बात करवा सकता है। ईमेल और अन्य Social Sites की मदद से संदेश भेज सकते हैं। इसके अलावा और भी बहुत कुछ Internet से कर सकते हैं। पहले जिसकी कल्पना भी नहीं कर सकते थे। वह सभी आज Internet ने संभव कर दिखलाया है। Internet इतना लोकप्रिय और महत्वपूर्ण होने के बावजूद क्या आपने कभी सोचा है कि Internet की शुरुआत कैसे हुई या Internet की शुरुआत कब हुई और Internet का विस्तार कैसे हुआ था। अगर आप Internet के History के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं।

तब यहाँ हमने आपके लिए ही Internet का इतिहास विस्तारपूर्वक बताया है। Internet का इतिहास ज्यादा पुराना भी नहीं है। क्योंकि Internet की शुरुआत शीत युद्ध के दौरान हुआ था। सन् 1960 में शीत युद्ध में जब अच्छी और तेज गति से सूचनाओं का आदान-प्रदान करने की जरूरत पड़ी। तब इसी जरूरत को पूरा करने के लिए कंप्यूटर नेटवर्क का खोज किया गया था। जो आज विस्तार होकर Internet बन गया है। अगर बात किया जाए की Internet का खोज किसने किया था। तब इसके लिए किसी एक व्यक्ति को पूरा श्रेय नहीं दे सकते हैं। क्योंकि Internet का अविष्कार किसी एक व्यक्ति ने नहीं किया था। इसमें बहुत सारे लोगों का योगदान है। आइये Internet का इतिहास, विकास और खोजकर्ताओं के बारे में जानते हैं।

इंटरनेट की खोज किसने की (Who discovered Internet in Hindi)

Internet की खोज किसी एक व्यक्ति ने नहीं बल्कि इसे बहुत सारे लोगों ने मिलकर बनाया है। शीत युद्ध के समय अमेरिकी सेना को एक तेज Communication System की जरूरत महसूस हुई। तब अमेरिका ने ARPA (Advance Research Project Agency) का गठन किया। जिसके बाद ARPA ने ARPANET नाम का एक नया Communication System बनाया। ARPANET एक कंप्यूटर नेटवर्क था। जिसमें कंप्यूटर को आपस में जोड़ा जाता है। ARPANET बनाने का उद्देश्य अमेरिकी सेना को एक गुप्त Communication System प्रदान करना था। इसके बाद ARPANET का विकास और विस्तार कार्य चलता रहा। जिसके पश्चात धीरे-धीरे इसमें बहुत सारे कंप्यूटर जुड़ते गए और यह नेटवर्क बढ़ता गया।

इसके बाद ARPANET से जुड़ने वाले कंप्यूटर के लिए TCP/IP Protocol बनाया गया। 1973 में पहली बार ARPANET को अमेरिका के सीमा से बाहर ले जाया गया और इंग्लैंड व नार्वे से कनेक्शन हुआ। 1973 में ही ARPANET से जुड़े कंप्यूटर के बीच फाइल ट्रांसफर करने के लिए एक FTP (File Transfer Protocol) बनाया गया और TCP/IP को अपनाया गया था। ये सभी Protocol आज भी Computer Network और Internet में उपयोग होता है। इसी अवधि में ARPANET के स्थान पर इंटरनेट शब्द का प्रयोग होना शुरु हुआ। सन् 1993 में CERN के वैज्ञानिक Tim-Burners Lee नामक व्यक्ति ने WWW (World Wide Web) बनाया। WWW इंटरनेट पर उपलब्ध सूचना को व्यवस्थित, प्रदर्शित या एक्सेस करने के लिए HTTP (Hyper Text Transfer Protocol) का उपयोग करता है।

सन् 1993-94 के बीच Mosaic और Netscape Navigator नामक ये दो GUI Web Browser आया। जिसके बाद Internet का उपयोग सामान्य लोगों के लिए थोड़ा आसान हो गया। जिसके चलते Internet का और ज्यादा विस्तार हुआ। सन् 1994-98 के बीच लगभग 40 मिलियन उपयोगकर्ता इंटरनेट से जुड़े। इसी अवधि के दौरान ऑनलाइन शॉपिंग प्रारंभ हुआ और विज्ञापनदाताओं ने इंटरनेट पर विज्ञापन देना शुरू किया। जिसके बाद इंटरनेट की दुनिया पैसे कमाने का एक साधन भी बन गया। इसी तरह इंटरनेट का विकास कार्य चलता रहा और आगे भी चलता रहेगा।

इंटरनेट का मालिक कौन है?

Internet किसी एक व्यक्ति, कंपनी, संस्था या देश का नहीं है। यानी Internet का मालिक कोई एक नहीं हो सकता है। क्योंकि यह Internet किसी की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं है। हो सकता है अब आप लोग सोच रहे होंगे कि जब Internet का कोई मालिक नहीं है। फिर इसका इस्तेमाल करने के लिए पैसे क्यों देना पड़ता है। तो चलिए जानते हैं कि Internet चलाने के लिए पैसे क्यों और किसे देना पड़ता है। आपको बता दूं कि Internet चलाने के लिए पैसे ISP को देना होता है।

इंटरनेट के लिए ISP पैसे क्यों लेते हैं?

Internet विश्व स्तर पर एक कंप्यूटर नेटवर्क है। इसका उपयोग करने के लिए Computer को इससे जोड़ना होता है। Internet से Computer को जोड़ने के लिए ISP अपनी अपनी Optical Fibre Cable बिछाई हुई है। जिस ISP का Optical Fibre Cable का इस्तेमाल Internet से जुड़ने के लिए करेंगे। उसको पैसे तो देना ही पड़ेगा। आमतौर पर Internet से Computer को Connect करने के लिए तीन तरह के ISP होते हैं। Tier-1, Tier-2 और Tier-3

Tier-1 ISP अपने Optical Fibre Cable को समुंदर में बिछा कर Connection को सभी देशो तक पहुंचाते हैं। इसके बाद Tier-2 ISP अपने Optical Fiber Cable को Tier-1 के Cable से जोड़कर Connection को अपने देश में फैला देता है। इसी तरह Tier-3 ISP अपने Optical Fiber Cable को Tier-2 के Cable से जोड़कर Connection को छोटे-छोटे शहर और नगर तक पहुंचा देते हैं। इस प्रकार Internet का Connection पूरे दुनिया तक फैल गया है।

अब Tier-1 ISP को Cable लगाने के बाद उसका रखरखाव यानी Maintenance करना होता है। जिसके लिए पैसे लगेंगे। इसीलिए Tier-1 ISP Tier-2 ISP से पैसे लेता Connection देने के लिए। इसी तरह Tier-2, Tier-3 से पैसा लेगा और अंत में Tier-3 ग्राहक से पैसा लेता है। जो कि Plan के रुप में आता है। इस तरह हमें Internet चलाने के लिए ISP को पैसा देना पड़ता है।

इंटरनेट से संबंधित प्रश्न और उनके उत्तर (FAQ)

1. इंटरनेट किसे कहते हैं?

सूचनाओं के आदान-प्रदान का वह वैश्विक कंप्यूटर नेटवर्क जिसमें दुनिया के सभी कंप्यूटर जुड़ सकते हैं। उसे Internet कहते हैं।

2. इंटरनेट का अर्थ क्या है?

Internet का अर्थ एक ऐसे विश्व स्तरीय कंप्यूटर नेटवर्क से है। जो TCP/IP का उपयोग कर Data का आदान-प्रदान एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में करता है।

3. इंटरनेट का पूरा नाम क्या है?

Internet का पूरा नाम Interconnected network होता है।

4. इंटरनेट का हिंदी नाम क्या है?

Internet का हिंदी नाम अंतरजाल होता है।

5. इंटरनेट का पुराना नाम क्या है?

Internet का पुराना नाम Internating Project है।

6. इंटरनेट का जन्म कब हुआ था?

Internet का शुरुआत सन् 1969 में हुआ था।

7. इंटरनेट कैसे बना और किसने बनाया?

Internet कैसे बना इसका संक्षिप्त परिचय ऊपर हमने बता दिया है। इसे किसने बनाया इसकी जानकारी भी ऊपर हमने बता दिया है।

8. इंटरनेट का जनक कौन है? (Father of Internet in Hindi)

1970 के अंत तक Vint Serf नामक कंप्यूटर वैज्ञानिक ने नेटवर्क पर एक दूसरे से संवाद करने के लिए TCP (Transmission Control Protocol) बनाया। इसके बाद नेटवर्क में पहचान के लिए एक और Protocol IP (Internet Protocol) बनाया। आज हमलोग जिस Internet का उपयोग करते हैं। वह भी TCP/IP पर कार्य करता है। इसलिए Vint Serf को Internet का जनक कहा जाता है।

9. भारत में इंटरनेट की शुरुआत (Internet starts in India in Hindi)

भारत में 14 अगस्त 1995 को ही Internet की शुरुआत हो गया था। लेकिन सार्वजनिक तौर पर 15 अगस्त 1995 में शुरू हुआ था। भारत में पहली बार Internet भारत संचार निगम लिमिटेड (VSNL) ने शुरू किया था।

10. इंटरनेट का क्या कार्य है?

Internet का कार्य एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में सूचनाओं का आदान-प्रदान करना होता है।

11. इंटरनेट की पहली Website कौन थी? (First Website in Hindi)

आपको बता दूं कि Internet की पहली वेबसाइट या वेबपेज 6 अगस्त 1991 को Tim-Burners Lee ने बनाया था। यह वेबपेज WWW Project के जानकारी के लिए समर्पित था। यह आज भी उपलब्ध है। जिसे आप देख भी सकते हैं। नीचे हमने दुनिया की पहली वेबपेज का एड्रेस दे दिया है। क्लिक कर के देख सकते हैं।

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Conclusion – Internet in Hindi

हम उम्मीद करेंगे की Internet की यह जानकारी आपको पसंद आया होगा। जिसमें हमने बताया कि इंटरनेट क्या है, Internet का परिचय, Internet कैसे काम करता है, Internet कैसे बना है, Internet Data क्या है, Internet की विशेषताएं, Internet का उपयोग, Internet के फायदे, Internet के नुकसान, Internet का इतिहास, Internet के खोजकर्ता की जानकारी और Internet का मालिक कौन है। इन सभी के अलावा भी इस लेख में हमने Internet से संबंधित बहुत सारे प्रश्नों का उत्तर दिया है। लेकिन फिर भी अगर आपका कोई प्रश्न छूट गया है। तब आप कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं।

क्योंकि हमारी हमेशा से ही यही कोशिश रहती की किसी भी जानकारी को विस्तारपूर्वक बताएं। ताकि Readers का कोई भी प्रश्न ना छूटे और इन्हे पूरी जानकारी प्राप्त हो। यहाँ भी हमने पूरी जानकारी देने की अपनी पूरी कोशिश की है। अतः अगर यह लेख आपको पसंद आता है। तब इस लेख को अपने दोस्तो के साथ जरुर शेयर करे। ताकि वे भी Internet के परिचय या Internet की परिभाषा को समझ सके।

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